दूध (milk)मैं बढ़ती मिलावत से हो रे स्वास्थ्य के नुक्सान”

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दूध(milk)

(milk) दूध हमारे आहार का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और यह शरीर को आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करता है। दूध में कैल्शियम, प्रोटीन, विटामिन डी और अन्य खनिज होते हैं, जो मजबूत हड्डियों और दांतों के निर्माण, मांसपेशियों के विकास और समग्र स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद करते हैं। हालाँकि, पिछले कुछ वर्षों में दूध में मिलावट की समस्या बढ़ गई है। कई व्यापारी पानी, सोडियम बाइकार्बोनेट, सफेद रंग या अन्य रसायन मिलाकर बड़ी मात्रा में दूध बेचने की कोशिश करते हैं। यह मिलावटी दूध स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है और पेट की समस्याओं, त्वचा की एलर्जी और गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। इसलिए, शुद्ध और प्रमाणित दूध का सेवन करना बहुत महत्वपूर्ण है। हमें केवल विश्वसनीय स्रोतों से ही दूध खरीदना चाहिए ताकि हम किसी भी स्वास्थ्य जोखिम से बच सकें।

1)दूध पीने के फ़ायदे:(milk)

 दूध में कैल्शियम और मैग्नीशियम होता है, जो हड्डियों और मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। दूध में मौजूद विटामिन बी12, राइबोफ्लेविन और नियासिन भोजन को ऊर्जा में बदलने में मदद करते हैं। दूध में मौजूद पोटैशियम रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है। दूध पीने से तनाव और अवसाद कम होता है।

 

2) ज्यादा दूध पीना कहें होने वाली समस्या

ज़्यादा दूध पीने से मुंहासे हो सकते हैं।

ज़्यादा दूध पीने से पाचन संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं।

ज़्यादा दूध पीने से किडनी में पथरी होने का ख़तरा बढ़ सकता है।

3) दूध पीने का सही तरीका और मात्रा

अगर हम फुल क्रीम दूध पीते हैं तो हमें एक गलास से ज्यादा नहीं पीना चाहिए या पुराने ग्रंथो का अनुसर हमें दूध खड़ा हो कर हे पीना चाहिए बैठकर नहीं पीना चाहिए क्योंकि एसे में दूध के सारे प्रोटीन पूरी बॉडी में जाते ह हमें बैठ कर दूध को नहीं पीना चाहिए क्योंकि वो शरीर का आधे भाग में जाता है जिसे हमारे शरीर में सही प्रोटीन या कैल्शियम नहीं मिलता या हमें पाउडर वाला दूध नहीं पीना चाहिए इसे हमें क्योंकि पाउडर वाले से दूध हमें सही पोषक तत्व नहीं मिल पाते या ज्यादा पाउडर वाला दूध का इस्तमाल करने से स्वास्थ्य को नुक्सान होता है!

 

5) घर मैं कैसे दूध में मिलावत की पहचान करे

FSSAI के अनुसार, दूध में माल्टोडेक्सट्रिन की मिलावट की पहचान करने का एक आसान तरीका है। इसके लिए एक ट्यूब में 5 मिली दूध लें और उसमें 2 मिली आयोडीन अभिकर्मक डालें। इसके बाद इसे अच्छी तरह से मिलाएँ और दूध का रंग देखना शुरू करें। अगर दूध में माल्टोडेक्सट्रिन मिलाया गया है, तो दूध का रंग गहरा भूरा या चॉकलेटी हो जाएगा। रंग में यह बदलाव दूध में मिलावट की निशानी है। इसलिए, दूध में मिलावट की पहचान करने के लिए यह तरीका उपयोगी है। या झाग से भी पहचान सकते हैं

निष्कर्ष : मिलावटी दूध हमारी सेहत के लिए हानिकारक ह मिलावत के वहा दूध में पोषक तत्व की कमी हो जाती है या उस्मे हानिकारक रसायन मिल जाते हैं! जो हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, या हमें पेट की समस्या, एलर्जी, या अन्य गंभीर बीमारियाँ हैं। हो सकता है!

 

 

 

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