गेम (game)आज के समय में वीडियो गेम्स और ऑनलाइन गेम्स का प्रचार बहुत ज्यादा बढ़ गया है बच्चो से लेकर बढ़ो तक सब इसकी चपटे में आये हुए है, गेम्स के ज्यादा और गलत तरीके से उपयोग की वजह से ही मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गलत प्रभाव पड़ता है। और इसमें हम आपको गेम से पढ़ने वाला लत और समस्या के बारे में बतायगे
गेम (game)से तनाव से क्या प्रभाव पढ़ते है (What are the effects of stress on game?)
वीडियो गेम्स, खासकर तीव्र और प्रतिस्पर्धात्मक प्रकार के गेम्स, तनाव का कारण बनता है जब कोई व्यक्ति ज्यादा समय तक गेमिंग में लुप्त रहता है, तो उसे मानसिक दबाव और तनाव का सामना काफी गहरी मात्रा में करना पढ़ सकता है, जब व्यक्ति को लगता है कि वह इस प्रतिस्पर्धा में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पायेगा , तो वह तनाव का कारण बन जाता है इससे आत्म-सम्मान में भी गिरावट आ सकती है और मानसिक थकान महसूस होने लगता है खिलाड़ी की स्थिति कई गेम्स में लगातार हार और नकरात्मकता के परिणामों के कारण खिलाड़ी को निराशा महसूस होने लगती है ,और खासकर यदि कोई व्यक्ति हारने से अधिक तनाव महसूस करता है तो अपने आत्म-संयम को भी खो देता है यह मस्तिष्क पर भी काफी असर डालता है, खेल और असल जीवन के बीच में संतुलन कीभी कमी हो जाती है
गेम्स की लत और इसके क्या प्रभाव होते है (Games addiction and what are its effects)
गेम्स (Game)की लत भी एक गंभीर समस्या बन चुकी है, जिसे मानसिक स्वास्थ्य से जोड़कर देखा जा सकता है। इस लत के कारण व्यक्ति के जीवन में कई समस्याएँ उत्पन होती है, गेम एक समय बर्बाद करने वाली ची है और अगर इसकी लत लग जाये तो व्यक्ति अपना ज्यादा इसी को हे दता ह
जिसे व्यक्ति का शारारिक और मानसिक विकास नहीं हो पता है और समय की बर्बादी होती है अलग और इसे हमरी जीवन शैली पर भी काफी असर पढता है गेमिंग की वजह से कामकाजी जीवन, रिश्ते और व्यक्तिगत लक्ष्यों के प्रति एक व्यक्ति की प्रतिबद्धता कम हो सकती है।सोशल आइसोलेशन से गेमिंग की लत से व्यक्ति अपने सामाजिक रिश्तों को नजरअंदाज करने लगता है।
वह ज्यादातर समय अपने कमरे में गेम खेलता रहता है, जिससे उसके दोस्तों और परिवार से संवाद और संपर्क कम होने लगता है, यही अकेलापन और सामाजिक अलगाव की भावना को जन्म दे सकता है, जो मानसिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पढ़ सकता है। शारीरिक स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पढता है और लंबे समय तक गेम्स खेलने से शारीरिक स्वास्थ्य भी प्रभावित हो सकता है। इससे व्यक्ति का शारीरिक सक्रियता कम हो जाता है, और मोटापा, आंखों की समस्याएँ, गर्दन और पीठ में दर्द, नींद की कमी और अन्य शारीरिक समस्याएँ उत्पन हो सकती हैं। और यह मानसिक तनाव को और बढ़ाता है, क्योंकि शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य एक-दूसरे से जुड़े होते हैं। गेम्स खेलने की लत के कारण व्यक्ति की नींद पर भी काफी असर पढता है रात में देर तक गेम खेलने से नींद की समस्या भी उत्पन होती है जिससे थकावट और मानसिक तनाव बढ़ता है समय पर नींद न मिलने से गेमिंग की लत और मानसिक दबाव दोनों ही बढ़ सकता हैं।
इसकी लत के संकेत और इलाज (Signs and treatment of its addiction)
गेम्स खेलने का समय दिन पर दिन बढ़ता जाता है गेम्स खेलते समय असल जीवन की जिम्मेदारियों से बचने की कोशिश करता है ,खेलने के बाद तनाव और चिंता महसूस करना गेम की दुनिया से बाहर निकलने में मुश्किल महसूस होना। अगर व्यक्ति को इन संकेतों का सामना करना पड़ रहा है, तो उसे इलाज की सख्त आवश्यकता है। जिनको किसी भी तरह की लत होती है उन्हे सही काउंसिलिंग जरुरत होतीं है जो मानसिक स्वास्थ्य का उपचार करता है, और लत निकलने में मदद करता है
निष्कर्ष: विडियो गेम्स और ऑनलाइन गेम्स ने मनोरंजन के दृष्टिकोण से बहुत सारे अवसर प्रदान किए हैं, लेकिन साथ ही साथ इनसे जुड़ी तनाव और लत की समस्याएँ भी फ्री में मिलती है, तनाव और लत के कारण मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर काफी नकारात्मक प्रभाव पढता है, नियंत्रण के लिए पर्याप्त समय और दिशा-निर्देश की आवश्यकता होती है। यह संभव है कि यह एक बेहतर मानसिक समस्या है और एक क्षण भर के लिए मानसिक और मानसिक रूप से चिंतित है।
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