आर्टिफीसियल मेकअप ज्यादा यूज़ करने से जैसे फाउंडेशन, ब्लश, आईशैडो, लिपस्टिक, और कई तरह की क्रीम, पाउडर, या जेल का इस्तेमाल किया जाता है। उसे हमारे चेहरे पर काफी प्रभाव पढता है ,यह चेहरे की सुंदरता को बढ़ने और छुपाने का काम किया जाता है अगर हम इसका काफी’ लम्बे समय तक इस्तेमाल करता है तो इसका काफी प्रभाव दिखाई देता है, यह आमतोर पर महिलाओं के बीच लोकप्रिय है, लेकिन पुरुषों के बीच भी अब यह एक ट्रेंड बनता जा रहा है। मेकअप को चेहरे की प्राकृतिक खूबसूरती को निखारने के लिए किया जाता है!
*आर्टिफीसियल मेकअप करने के पोसिटिव इफ़ेक्ट
सुंदरता को बढ़वा देने के लिए इसका इस्तेमाल होता है और इसे चेहरे के दाग़ धब्बे छिपाने में भी मदद मिलती है ,और इसे चेहरे पैर ताज़गी और रंग भी एक सामान दीखता है, इस प्रकार, मेकअप किसी खास अवसर या इवेंट के लिए इस्तेमाल होते है, और मेकअप करने से व्यक्ति के आत्मविश्वास में वृद्धि भी होती है और खासतोर येह उन लोगो में देखा जाता है जो अपने चेहरे के कुछ हिस्सों को लेकर असुरक्षित महसूस करते हैं, मेकअप उनकी मानसिक स्थिति को बेहतर भी बनाता है, फैशन की दुनिया में, मेकअप एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है। मेकअप के जरिए आप विभिन्न ट्रेंड्स का पालन कर सकते हैं और अपनी स्टाइल को नया रूप भी दे सकते हैं। कुछ लोग मेकअप का इस्तेमाल अपनी त्वचा की समस्याओं को छिपाने के लिए भी करते हैं, जैसे झाइयां, मुंहासे, या काले घेरे। यह त्वचा को एक समान और साफ-सुथरा दिखने के लिए भी करते है!
*आर्टिफीसियल मेकअप करने के नकारात्मक प्रभाव
- त्वचा पर दुष्प्रभाव: मेकअप में कई तरह के रासायनिक पदार्थ होते हैं, जो त्वचा पर पर काफी प्रभाव डाल सकते हैं। इन रसायनों से त्वचा में जलन, खुजली, या ऐलर्जी की समस्या हो सकती है। यदि मेकअप को लंबे समय तक त्वचा पर रखा जाए और सही से हटाया न जाए तो यह त्वचा के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचा सकता है।
- पोर्स का बंद होना: यदि मेकअप को दिन के अंत में ठीक से हटाया न जाए, तो यह पोरस (पोर्स) को बंद कर सकता है, जिससे त्वचा पर दाने (acne), ब्लैकहेड्स और अन्य समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। फाउंडेशन, कंसीलर, और पाउडर जैसी चीजों का बार-बार इस्तेमाल करने से त्वचा में सूजन और संक्रमण भी हो सकता है।
- त्वचा का प्राकृतिक संतुलन बिगड़ना: मेकअप के अधिक इस्तेमाल से त्वचा का प्राकृतिक तेल और नमी प्रभावित हो सकते हैं। फाउंडेशन और पाउडर जैसे प्रोडक्ट त्वचा के पोरस को कवरकरने में मदद करते है जिससे त्वचा में प्राकृतिक नमी की कमी हो सकती है। समय के साथ, यह त्वचा को सूखा और बेजान बना सकता है।
- लंबे समय तक इस्तेमाल से त्वचा की उम्र बढ़ना: मेकअप का लगातार इस्तेमाल, करने से से अगर यह सही ढंग से हटाया न जाए, तो यह त्वचा की उम्र बढ़ा सकता है। मेकअप में मौजूद कुछ रसायन त्वचा की कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं, जिससे त्वचा की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया तेज हो सकती है।
- सामान्य त्वचा को छिपना: मेकअप की वजह से त्वचा की असल समस्याएं छिप जाती हैं। इससे लोग अपनी त्वचा की देखभाल के लिए समय नहीं निकालते और जब मेकअप हटाया जाता है, तो त्वचा की स्थिति खराब हो चुकी होती है इसका प्रभाव हमें बाद में पता चलता है!
*मेकअप करने की मात्रा या सही तारिका
मेकअप एक कला होती है और इसका उद्देश्य खूबसूरती को निखारना होता है और व्यक्ति का आत्मविश्वास को बढ़ाना होता है। हालांकि, मेकअप का अत्यधिक या गलत तरीके से उपयोग त्वचा के लिए हानिकारक हो सकता है। इसलिए मेकअप करने की सही मात्रा पता होना जरुरी है मेकअप करने से पहले त्वचा की अच्छी तरह से देखभाल करना बहुत जरूरी है। यह केवल मेकअप को अच्छे से सेट होने में मदद करता है, बल्कि त्वचा को सुरक्षित भी रखता है।